आईबीपीएस एक ऐसी संस्था है जो बैंकों में जॉब करने के इच्छुक अभ्यर्थियों के लिए एग्जाम ओर्गनिज करवाती है हर साल लाखो की संख्या में अभ्यर्थी इस परीक्षा में शामिल होते है इसलिए आइबीपीएस द्वारा ये एग्जाम अलग अलग शिफ्ट में 2-3 दिन तक आयोजित करवाये जाते है जिससे हर शिफ्ट के लिए अलग प्रशन पत्र तैयार किये जाते है किसी प्रशन पत्र का लेवल इजी होता है तो किसी का थोडा कठिन निर्भर करता है स्टूडेंट्स ने किस शिफ्ट में कितने प्रश्नों का उत्तर दिया उसी के आधार पर पेपर के लेवल को निर्धारित किया जाता है और फाइनल स्कोर तैयार किया जाता है
How to Calculate IBPS Final Score
अब प्रशन ये है की आखिर आईबीपीएस द्वारा किस प्रकार फाइनल स्कोर तैयार किया जाता है आईबीपीएस की ऑफिसियल साईट पर फाइनल स्कोर फार्मूला बताया गया है जहाँ से आप इसकी पूरी जानकारी प्राप्त कर सकते है यहाँ हम उसे कुछ उदाहरण के द्वारा step to step समझते है
1. Actual Score - सर्वप्रथम आपके द्वारा किये गये सही प्रश्नों की गणना की जाती है तथा उसके बाद आपके द्वारा दिए गये हर एक गलत उत्तर के लिए उन अंको में से 0.25 घटाया जाता है जैसे की मान लीजिये आपने इंग्लिश सेक्शन में 30 प्रश्नों का सही उत्तर दिया तथा 4 का आपने गलत उत्तर दिया है तो आपका स्कोर होगा 30-1 = 29 अंक क्योकि हर गलत उत्तर के लिए 0.25 अंक काटे जाते है तो 4 गलत उत्तर के लिए 0.25 x 4 = 1
2. Equated Score – आपने कई बार देखा होगा की कभी कभी अलग अलग शिफ्ट में हुए पेपर के लेवल में कुछ अंतर होता है किसी शिफ्ट में हुए पेपर कही सरल तो कही कठिन होते है जिसका निर्धारण अटेंड किये गये प्रश्नों की संख्या के आधार पर किया जाता है की कोनसा पेपर सरल रहा कोनसा कठिन जेसे की मान लीजिये ibps एग्जाम में कुल 100 क्वेश्चनेयर पेपर सेट थे जिनमे से 20 सेट का लेवल सरल था तथा विद्यार्थियों ने अधिक प्रश्नों का उत्तर दिया और 80 पेपर सेट का लेवल कठिन था और विद्यार्थी कम प्रश्नों का उत्तर ही दे पाए इस अंतर को सही करने के लिए एक कंप्यूटर प्रोग्राम के द्वारा (ibps द्वारा तैयार) इसकी गणना की जाती है जो इस अंतर को समाप्त कर वास्तविक स्कोर बताता है
3. Final Score – आइबीपीएस द्वारा फाइनल स्कोर के लिए लीनियर ट्रांसफॉर्मेशन मेथड का use किया जाता है