नियन्त्रण (Control)
नियंत्रण का अर्थ – किसी भी संघठन में कार्यकुशलता को बनाये रखने के लिए कर्मचरियों के कार्य करने के तरीके व व्यवहार को संतुलित बनाये रखने के लिए नियंत्रण की आवश्यकता होती है, नियंत्रण उच्च अधिकारियो का दायित्व है
नियंत्रण व्यवस्था का उद्देश्य ये देखना है की संघठन के प्रत्येक कर्मचारी दिए गये आदेशो के अनुरूप कार्य कर रहे है या नही, कही नियमो की अनदेखी तो नही हो रही है
नियंत्रण की विशेषता Features of Control System
1. यह आदेश की एकता व पद्सोपान व्यवस्था से सम्बंधित अवधारणा है
2. यह अवधारणा ये निश्चित करती है की कोई अधिकारी कितने अधिनस्तो को निर्देश दे सकता है
3. नियंत्रण का क्षेत्र, संघठन की संरचना, कार्य की प्रगति, उद्देश्य एव अधिनस्तो के सहयोग आदि पर निर्भर करता है
4. नियंत्रण का क्षेत्र जितना छोटा होगा उतना ही नियंत्रण अधिक होगा
नियंत्रण को प्रभावित करने वाले कारक (Fectors, Affecting Control System)
कार्य
व्यक्तित्व
समय
स्थान
नियंत्रण का नवीनतम विकास New Development of Control System
विज्ञान तथा प्रोधोगिकी के साथ साथ प्रशासनिक प्रक्रियाओ में आए परिवर्तनों से नियंत्रण के क्षेत्र की परम्परागत अवधारणा भी धूमित हुई है, फेक्स, इ-मेल, पेजर, इन्टरनेट, मोबाईल, ओडोयो विडियो सिस्टम आदि से एक अधिकारी अब अधिक सरलता से अपने अधिनस्तो पर नियंत्रण कर सकता है
परम्परागत मान्यताओ में अगर परिवर्तन आ रहा है तो यह इस सिद्धांत का दोष या कमी नही बल्कि पर्यावरणीय प्रभाव का परिणाम है, कमेटी ऑन एडमिनिस्ट्रेशन (1972) की रिपोर्ट के अनुसार नियंत्रण का दायरा निम्न मामलो में बड़ा होता है
उर्जस्वी, कुशल, बुद्धिमान और योग्य क्ष्रेष्टतम अधिकारी
योग्य, अनुभवी अधिनस्त
यदि कार्य रूटीन, दोहरावपूर्ण, अनुमान योग्य और एक समान हो
सुनियोजित कार्य
स्टाफ सहायता का उपयोग करना
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